what is light
. प्रकाश (Light)
![]() |
What is the speed of light ?
प्रकाश की चाल निर्वात में सर्वाधिक
3.8*10^8 m/s होती है।
प्रकाश मानव आँखों से भी भिन्न कर सकते हैं। हम उसे देख सकते हैं जो वस्तुओं वस्तुएँ प्रकाश का उत्सर्जन करती हैं उन्हें प्रतिदीप्त वस्तुएँ कहते हैं। जैसे – सूर्य, लाइट्स, बिजली आदि।
प्रकाश दृश्य तथा अदृश्य तरंगों दोनों की व्याख्या करता है। फोटोन से प्रकाश की गति आती है।
न्यूटन का कणिका सिद्धांत प्रकाश ने दिया।
ह्यूजन्स ने प्रकाश के तरंगीय तथा व्यक्तित्व का सिद्धांत दिया।
प्रकाश के तरंग की तरंगदैर्घ्य 4000 Å से 7800 Å तक होती है।
तरंगें पारदर्शी तथा अपारदर्शी दोनों माध्यमों में प्रवेश करती हैं।
प्रकाश विद्युत चुंबकीय प्रभाव को उत्पन्न करता है अर्थात प्रकाश की ऊर्जा कणिकीय के आधार पर की जाती है।
किसी वस्तु या दो माध्यमों में प्रवेश करते हुए प्रकाश का अपवर्तन भी होता है।
सर्वप्रथम रोमर ने प्रकाश का वेग ज्ञात किया था।
एक किरण तल के साथ 35° का कोण बनाती है। यह किस कोण के साथ परावर्तित होगी?
Sol.
तल के साथ कोण = 35°
⇒ आपतन कोण = 90° – 35° = 55°
⇒ परावर्तन कोण = 55°
समतल दर्पण में परावर्तन की विशेषताएँ
अपनी पूरी आकृति देखने हेतु अपनी ऊंचाई का आधा दर्पण होना चाहिए।
यदि दर्पण की ओर कोई वस्तु 2v वेग से बढ़े तो परावर्तन भी 2v वेग से नजदीक दिखेगा।
जैसे– “Objects in the mirror are closer than they appear”
दर्पण के कोण का समाना भाग, परावर्तन 2θ कोण से घूमता है।
वस्तु जितनी दूरी पर होती है, परावर्तन भी उतनी दूरी पर होता है।
समतल दर्पण में अप्रकाशित परावर्तन बनता है।
गोलाकार दर्पण (Spherical Mirror)
यह दर्पण किसी गोला का भाग होता है। ये दो प्रकार के होते हैं –
अवतल दर्पण (Concave)
उत्तल दर्पण (Convex)
दर्पण के भाग (Types of Mirror)
Pole (ध्रुव): दर्पण के मध्य भाग को Pole कहते हैं।
वक्रता केंद्र (Centre of Curvature): गोले का केंद्र।
वक्रता त्रिज्या (Radius of Curvature): केंद्र से ध्रुव तक की दूरी।
फोकस (Focus): मुख्य अक्ष पर आने वाला बिंदु।
वास्तविक प्रतिबिंब (Real Image):
वास्तविक प्रतिबिंब को परदे पर प्राप्त किया जा सकता है।
आभासी प्रतिबिंब (Virtual Image):
दर्पण की पीछे की ओर बनता है, परदे पर नहीं दिखता
Remark:
वास्तविक प्रतिबिंब उल्टा तथा आभासी सीधा होता है।
अवतल दर्पण द्वारा प्रतिविम्ब का बनना
1.जब वस्तु अनन्त और केन्द्र के मध्य हो
प्रतिबिंब Centre और Focus के बीच बनता है।
प्रतिबिंब की प्रकृति:- वास्तविक, उल्टा और छोटा।
2.जब वस्तु केन्द्र (Centre) पर हो
प्रतिबिंब भी केन्द्र पर ही बनता है।
प्रतिबिंब की प्रकृति: वास्तविक, उल्टा और समान आकार का।
3. जब वस्तु केन्द्र और फोकस के मध्य हो
प्रतिबिंब फोकस और केन्द्र के बाहर बनता है।
प्रतिबिंब की प्रकृति: वास्तविक, उल्टा और बड़ा।
4.जब वस्तु अनन्त पर हो
प्रतिबिंब फोकस पर बनता है।
प्रतिबिंब का आकार अत्यंत छोटा और बिन्दु जैसे होता है।
प्रतिबिंब की प्रकृति: वास्तविक (Real) और उल्टा (Inverted)।
5. जब वस्तु फोकस पर हो
प्रतिबिंब अनन्त पर बनता है।
प्रतिबिंब की प्रकृति: वास्तविक, उल्टा और अत्यंत बड़ा
6. जब वस्तु फोकस और पोल (Pole) के बीच हो
प्रतिबिंब दर्पण के पीछे बनता है।
प्रतिबिंब की प्रकृति: आभासी (Virtual), सीधा (Erect) और बड़ा।
अवतल दर्पण u का मान - होता है
v real है तो - काल्पनिक है तो +
f का मान - होता है
उत्तल दर्पण u का मान - होता है
v काल्पनिक है तो +
f का मान + होता है
क्षमता = 1/फोकस दूरी [ नोट क्षमता हमेशा डायोप्टर मे होती है ]
दर्पण का सूत्र
1/F= 1/V +1/U
WHERE F= focus length
U= length of object
V= image
note. अपने सुझाव हमे comment मे जरूर बताए



Post a Comment